हौज़ा न्यूज़ एजेंसी के अनुसार ,एक रिपोर्ट के अनुसार , हुज्जतपल इस्लाम वल मुस्लिमीन अहमद मरवी ने क्षेत्र की मौजूदा स्थिति की ओर इशारा करते हुए कहा कि ग़ासिब इस्राइल का बातचीत और युद्धविराम के लिए गिड़गिड़ाना उसकी बेबसी का नतीजा है।
उन्होंने कहा कि क्षेत्र में यह बदलाव खास तौर पर जब कुछ यूरोपीय और क्षेत्रीय देश सीधे या परोक्ष रूप से ग़ासिब इस्राइल का समर्थन कर रहे हैं हिज़्बुल्लाह लेबनान के लिए एक बड़ी जीत मानी जाती है।
हरम ए इमाम रज़ा अ.स. के मुतवल्ली ने स्पष्ट किया कि ग़ासिब इस्राइल की हिज़्बुल्लाह के खिलाफ जंग केवल दो देशों के बीच का युद्ध नहीं था, बल्कि वास्तव में यह युद्ध सभी पश्चिमी ताकतों और उनके सहयोगी देशों की ग़ासिब इस्राइल की ओर से एक जनसमूह के खिलाफ लड़ाई थी।
उन्होंने आगे कहा कि हिज़्बुल्लाह ने अपने ईमान और इरादे पर भरोसा करते हुए इन खतरों के सामने मजबूती दिखाई।
हुज्जतुल इस्लाम मरवी ने अंतरराष्ट्रीय अपराध न्यायालय द्वारा नेतन्याहू की गिरफ्तारी के आदेश को अमेरिकी राष्ट्रपति की गिरफ्तारी के आदेश के बराबर बताया।
गाज़ा की स्थिति पर चर्चा करते हुए उन्होंने कहा कि भले ही ग़ासिब इस्राइल ने गज़ा में कई अमानवीय अपराध किए हों लेकिन इसके जवाब में हमास की जद्दोजहद और कामयाबियां भी काबिल ए तारीफ हैं।
हुज्जतुल इस्लाम वल मुस्लिमीन शेख अहमद मरवी ने कहा कि क्षेत्र में हो रहे बदलाव ग़ासिब इस्राइल की तबाही की खुशखबरी हैं उन्होंने याद दिलाया कि रहबर-ए-इंकलाब-ए-इस्लामी ने फरमाया था कि ग़ासिब इस्राइल अगले 25 साल नहीं देख पाएगा।
उन्होंने यह भी कहा कि अल्लाह की परंपरा यही है कि हर मामला अपने समय के साथ आगे बढ़ता है। ग़ासिब इस्राइल की तबाही अपराधी नेतन्याहू और उसके पूर्व रक्षा मंत्री की गिरफ्तारी के आदेश से समझी जा सकती है।